ग्यारह माह बाद भी नहीं दर्ज हुआ लूट व हत्या का मुकदमा

देवरिया। शहर के रामनाथ देवरिया में साढ़े दस माह पहले हुई मारपीट के मामले में पुलिस ने गुरुवार को एक दर्जन लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। आरोपितों के खिलाफ लूट व हत्या के प्रयास का मुकदमा दर्ज हुआ है। पुलिस आरोपितों की तलाश में जुट गई हैरामनाथ देवरिया निवासी कलीम पुत्र मुस्तफा 28 दिसंबर 2018 को मकान का निर्माण करा रहे थे। कुछ लोग पहुंचे आरोप है कि हमलावरों ने इस दौरान ईंट-पत्थर चलाए और मारपीट कर रुपये भी लूट लिए। घायल का पुलिस ने मेडिकल तो कराया लेकिन मुकदमा दर्ज नहीं किया। पीड़ित कोतवाली से लेकर एसपी कार्यालय तक दौड़ लगाता रहा। अब न्यायालय के आदेश पर कोतवाली पुलिस ने उमर अली पुत्र नूर मोहम्मद, रहमत अली, वरकत अली, मुमताज अली, इम्तियाज अली, इम्तियाज अहमद, महबूब अली, सहबूब अली, सहाबुद्दीन, साबिया, हबीबून, शबाना खातून निवासी रामनाथ देवरिया व गफर निवासी परसिया थाना कोतवाली के विरुद्ध मुकदमा दर्ज किया है।


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अधिकारियों का कहना है कि निर्माण से जुड़े 9149 दिहाड़ी मजदूरों का अब तक बोर्ड के तहत पंजीकरण नहीं हो पाया है। इनके पंजीकरण की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है, ताकि इन्हें भी शीघ्र राहत राशि दी जा सके। अधिकारियों का कहना है कि दिल्ली लेबर वेलफेयर बोर्ड के तहत पंजीकृत सभी मजदूरों को 5-5 हजार रुपये दिए जाने हैं। बोर्ड में 37127 मजदूर पंजीकृत हैं।
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